आज 22 लाख से अधिक दिव्य दीपशिखाओं से दीप्त श्री अयोध्या जी की पावन धरा अलौकिक आनंद की अनुभूति करा रही है।
आज दिव्य दीपोत्सव से उत्पन्न 'प्रकाश' प्रदेश वासियों के जीवन में समता, सद्भाव, आध्यात्मिकता और मानवीय मूल्यों की 'मर्यादा' को अभिवर्धित करे, यही प्रार्थना है।