अत्यंत निंदनीय और आघात जनक वार्ता सुनाई आपने। परंतु यह अशक्य नहीं है। ज्योतिष विद्या अति सहज और प्रचुर मात्रा में आजकल उपलब्ध हो गई है और कदाचित यही कारण है कि उसका उपयोग करने के लिए जो तपस्या. यम, नियम और पवित्र उद्देश्य होने आवश्यक हैं, वह सब भूला दिए जा रहे हैं। स्वार्थ और…