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Naresh Gurjar

@nareshneel

बे-लिबास ही आ जाते हैं लबों पर..
मेरे ख़्याल,उम्र में आज भी बच्चे हैं।

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calendar_today19-05-2019 07:43:00

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Kalamshala (@kalamshala1) 's Twitter Profile Photo

लौटकर देखा तो वहाँ वैसा कुछ नहीं था जिसके लिए मैं लौटा था वापस अपनी ओर लौटते हुए सोचा मैंने वह सिर्फ़ किसी की याद हो सकती है जिसे बचाया जा सकता है बदल जाने से। ― नरेश गुर्जर 🍂 Naresh Gurjar

छोटी कविता (@chhotikavita) 's Twitter Profile Photo

बैठ जाती है वह अक्सर मंदिर की सीढ़ियों पर एक बार देखती है प्रतिमा की तरफ एक बार पथ की तरफ उसे यक़ीन है ईश्वर लौट आएगा। ◆ नरेश गुर्जर | Naresh Gurjar

गूँज (@goonjabhivyakti) 's Twitter Profile Photo

बने रहने की अपेक्षा मैंने गिरना चुना क्योंकि इसमें मेरे पास फिर से एक विकल्प था दोबारा जन्म लेने का - नरेश गुर्जर । Naresh Gurjar

Poetry Chor. (@poetry_chor) 's Twitter Profile Photo

बने रहने की अपेक्षा मैंने गिरना चुना क्योंकि इसमें मेरे पास फिर से एक विकल्प था दोबारा जन्म लेने का - नरेश गुर्जर ❤️ {Naresh Gurjar}

बने रहने की अपेक्षा
मैंने गिरना चुना
क्योंकि इसमें मेरे पास
फिर से एक विकल्प था
दोबारा जन्म लेने का

- नरेश गुर्जर ❤️ {<a href="/Nareshneel/">Naresh Gurjar</a>}
Sahitya Tak (@sahitya_tak) 's Twitter Profile Photo

उस लड़की ने ये भी हंस कर बताया मुझे कि वो कल रात रोई थी. 🔹नरेश गुर्जर | Naresh Gurjar #quotes #hindiquotes #sahityatak

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मुझे या तो वो लोग जानते हैं जो मुझसे प्रेम करते हैं या वो जो मुझसे नफरत करते हैं!..

मुझे या तो वो लोग जानते हैं जो मुझसे प्रेम करते हैं या वो जो मुझसे नफरत करते हैं!..
Naresh Gurjar (@nareshneel) 's Twitter Profile Photo

- आप जो हैं और आप जो नहीं हो सके, लिखना इन दोनों स्थितियों के बीच का आपसी संवाद है। [ मन के मन से ] -

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. सूरजमुखी -------------------- उसने मिलने पर पीले फूलों का एक गुलदस्ता मेरी ओर बढ़ाया मैंने लेते हुए उससे पूछा- "यह फूल गुलाब क्यों नहीं है? उसने जवाब में कुछ नहीं कहा मंद-मंद मुस्कुराती रही और लगातार मेरी ओर देखती रही अपलक! -नरेश गुर्जर -

Sanjeev Paliwal/संजीव पालीवाल (@sanjeevpaliwal) 's Twitter Profile Photo

इश्क़ - 319 वहाँ... अलग-अलग रंगों की सजावटी फूल पत्तियों वाली प्लास्टिक की अनगिनत झालरें लगी थी जो दिखने में सजीव थी और सुंदर भी लेकिन मुझे लगा मुझे वो अकेला खाली कोना बुला रहा है जिस पर छितराया था कोई अनाम पर असली पेड़ अपने इक्के-दुक्के बचाए हुए हुए फूलों के साथ और जैसे ही

Naresh Gurjar (@nareshneel) 's Twitter Profile Photo

जल्द ही प्रकाशित हो रही मेरी पांचवीं और गद्य की पहली किताब का कवर पेज...

जल्द ही प्रकाशित हो रही मेरी पांचवीं और गद्य की पहली किताब का कवर पेज...
Sanjeev Paliwal/संजीव पालीवाल (@sanjeevpaliwal) 's Twitter Profile Photo

इश्क़ - 352 इन सर्दियों में... मेरे लिए बुनना तुम एक सफेद रंग का स्वेटर चटख लाल रंग के धागों से बुनना उस पर लरजते हुए सुर्ख अधर मेंहदी के रंग में गूंथ देना थोड़े से नरम हथेलियों के स्पर्श सुरमई रंग से बना देना इंतज़ार में डूबी हुई सजल आंखें समर्पण के रंग से रच देना तुम

गूँज (@goonjabhivyakti) 's Twitter Profile Photo

"फर्क महसूस करो वह जो बोल रहा है और जो बताना चाहता है उसमें वह कहने और लिखने के बीच की चुप्पी को नहीं सुने जाने के दुःख से ग्रसित है" - नरेश गुर्जर के 'उस पार की उदासी' से Naresh Gurjar