शेर के मुंह में हाथ डालने की हिमाकत मत करो. अपनी मर्यादा में रहो,बेहतर होगा. वर्ना कोई तुम पर चढ़ बैठा तो तुम कहीं दिखाई दोगे और तुम्हारी किताब कहीं दिखाई देगी. यह मत भूलो कि जिनके खिलाफ तुम चपड़-चपड़ कर रहे हो, तुम्हारे घर के आस-पास उनके कार्यकर्ता, वोटर और सपोर्टर भी रहते हैं.