मेरा सिर्फ सपाई योद्धाओं से एक मासूम सा सवाल है कि महिला-सम्मान के लिए तुम्हारे खून में उबाल सिर्फ डिंपल यादव के लिए ही क्यूं आया?
चौधरी इक़रा हसन के वक़्त यही खून टिड्डे की तरह सफेद क्यूं हो गया था?
क्या चौधरी इक़रा हसन महिला नहीं है या वो डिंपल यादव की तरह सपा की सांसद नहीं है?