आपकी बुद्धि में ये बिठा दो कि परमात्मा का सुख पाना ही सार है। हमारा आत्मा अनंत है और परमात्मा अनंत हैं। हमारा अंत नही होगा, शरीर का अंत होगा, हमारी मौत नही होती और परमात्मा एक रस है। आत्मा सदा है, परमात्मा सदा है।
शरीर भी बदलता है, संसार भी बदलता है, तो बदलनेवाले के लिए मांग