جون سی जौनसी(@JaunSee) 's Twitter Profileg
جون سی जौनसी

@JaunSee

लफ़्ज़ ख़्याल का हक़ मार लेते हैं ! 💞 #जौन_फ़लसफ़ा #instant_poetry #नौजवान_शायर #जौनसी

ID:3298185402

linkhttps://jaunsee.blogspot.com calendar_today27-07-2015 17:32:27

84,2K Tweets

41,7K Followers

140 Following

جون سی जौनसी(@JaunSee) 's Twitter Profile Photo

किस तरह तर्क-ए-मुद्दआ कीजे
जब कोई अपना मुद्दआ' ही नहीं!

कौन हूँ मैं जो राएगाँ ही गया
कौन था जो कभी मिला ही नहीं!!

account_circle
جون سی जौनसी(@JaunSee) 's Twitter Profile Photo

बन के ख़ुश्बू की उदासी रहिए दिल के बाग़ में
दूर होते जाइए नज़दीक आते जाइए!

रह गई उम्मीद तो बरबाद हो जाऊँगा मैं
जाइए तो फिर मुझे सच-मुच भुलाते जाइए!!

बन के ख़ुश्बू की उदासी रहिए दिल के बाग़ में दूर होते जाइए नज़दीक आते जाइए! रह गई उम्मीद तो बरबाद हो जाऊँगा मैं जाइए तो फिर मुझे सच-मुच भुलाते जाइए!! #जौन_एलिया
account_circle
جون سی जौनसी(@JaunSee) 's Twitter Profile Photo

उनकी निगाह-ए-तल्ख़ तबस्सुम में ढल गई
तज़दीद-ए-ऐतबार की सूरत निकल गई!

वो मुस्कुरा के हाल मेरा पूछने लगे
ऐसा लगा कि आई हुई मौत टल गई!

इक अजनबी ने उस को पुकारा था एक बार
फिर यूँ हुआ फ़कीर की क़िस्मत बदल गई!!

भाई साब 🌷🙏🏻
Harish Kumar

account_circle
Irfan(@irfaniyat) 's Twitter Profile Photo

Urdu has been shaped by cultural and linguistic interactions among various communities, not just Muslims.

It emerged as a lingua franca in North India, connecting diverse groups and facilitating communication across different regions.

account_circle
दिल, दरख़्त और दिल्ली।(@ravityadav_) 's Twitter Profile Photo

तुम ख़ून की बूँद को शबनम का क़तरा कैसे कह सकते हो?

- कुमार अम्बुज

तुम ख़ून की बूँद को शबनम का क़तरा कैसे कह सकते हो? - कुमार अम्बुज
account_circle
दिल, दरख़्त और दिल्ली।(@ravityadav_) 's Twitter Profile Photo

सुर्ख़ फूलों से महक उठती हैं दिल की राहें
दिन ढले यूँ तिरी आवाज़ बुलाती है हमें

( शहरयार )

सुर्ख़ फूलों से महक उठती हैं दिल की राहें दिन ढले यूँ तिरी आवाज़ बुलाती है हमें ( शहरयार )
account_circle
ᴅʀ ꜱɴᴇʜᴀʟ ꜱᴏɴɪ(@snehal4676) 's Twitter Profile Photo

ऐसा सोने सा बदन है कि उसे हसरत से
हम बरहमन भी सुनारों की तरह देखते हैं

~ Vishnu Virat

account_circle
ᴅʀ ꜱɴᴇʜᴀʟ ꜱᴏɴɪ(@snehal4676) 's Twitter Profile Photo

तुझे बाँहों में भर लेने की ख़्वाहिश यूँ उभरती है

कि मैं अपनी नज़र में आप रुस्वा हो सा जाता हूँ

~ जाँ निसार अख़्तर

account_circle
Margret.(@margret_017) 's Twitter Profile Photo

: मधुमति

सुहाना सफ़र और ये मौसम हंसीं
हमें डर है हम खो न जाएं कहीं...


गायक : मुकेश
संगीतकार : सलील चौधरी
दिलीप कुमार

youtu.be/TieCUKQRNeA?si…

account_circle
Margret.(@margret_017) 's Twitter Profile Photo

चिड़िया बेचारी परेशान
उड़े तो कविता
न उड़े तो कविता।
तार पर बैठी हो या आँगन में
डाल पर बैठी हो या मुंडेर पर
कविता से बचना मुश्किल
मारे शरम मरी जाए।
एक तो नंगी,
ऊपर से कवियों की नज़र
क्या करे, कहाँ जाए...


चिड़िया बेचारी परेशान उड़े तो कविता न उड़े तो कविता। तार पर बैठी हो या आँगन में डाल पर बैठी हो या मुंडेर पर कविता से बचना मुश्किल मारे शरम मरी जाए। एक तो नंगी, ऊपर से कवियों की नज़र क्या करे, कहाँ जाए... #शरद_जोशी #जन्मजयंती
account_circle
Ankur Nath Tiwari(@tiwariankurnath) 's Twitter Profile Photo

Prabhat Ranjan जो गुजारी न जा सकी हमसे
हमने वो जिंदगी गुजारी है
जौन एरिया

मिल रही हो बड़े तपाक के साथ
आख़िरी बार मिल रही हो क्या?
ये भी जौन

account_circle
Prabhat Ranjan(@prabhatranjann) 's Twitter Profile Photo

मर चुका है दिल मगर ज़िंदा हूँ मैं
ज़हर जैसी कुछ दवाएँ चाहिए
पूछते हैं आप, आप अच्छे तो हैं?
जी, मैं अच्छा हूँ, दुआएँ चाहिए

- जौन एलिया

account_circle
Tahzeeb Hafi poetry(@Tahzebhafi) 's Twitter Profile Photo

सब परिंदों से प्यार लूँगा मैं
पेंड़ का रूप धार लूंगा मैं

तू अगर निशाने पे आ भी जाए तो
कौन सा तीर मार लूँगा मैं

~ तहज़ीब हाफ़ी
Tahzeeb Hafi

account_circle
جون سی जौनसी(@JaunSee) 's Twitter Profile Photo

उनकी निगाह-ए-तल्ख़ तबस्सुम में ढल गई
तज़दीद-ए-ऐतबार की सूरत निकल गई!

वो मुस्कुरा के हाल मेरा पूछने लगे
ऐसा लगा कि आई हुई मौत टल गई!

इक अजनबी ने उस को पुकारा था एक बार
फिर यूँ हुआ फ़कीर की क़िस्मत बदल गई!!

भाई साब 🌷🙏🏻
Harish Kumar

account_circle
Harish Kumar(@H_kumar1) 's Twitter Profile Photo

क्या जुर्म हमारा है बता क्यूँ नहीं देते
मुजरिम हैं अगर हम तो सज़ा क्यूँ नहीं देते

क्यूँ हाथ में लर्ज़ा है तुम्हें ख़ौफ़ है किस का
हम हर्फ़-ए-ग़लत हैं तो मिटा क्यूँ नहीं देते

नग़्मा वही नग़्मा है उतर जाए जो दिल में
दुनिया को 'हफ़ीज़' आप बता क्यूँ नहीं देते

~ हफ़ीज़ बनारसी

account_circle