Hari Singh
@HariSin10686252
ID:1181845214933086209
09-10-2019 08:14:17
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कर्मकांड करना (पित्तर पूजा, श्राद्ध निकालना, भूत पूजा, मूर्ति पूजा) वेद विरूद्ध है। #सत_भक्ति_संदेश #सतलोक_आश्रम_सोजत #SatlokAshram Sojat #SatlokAshram #KabirIsGod #SaintRampalJiQuotes
सतगुरू श्वांस से स्मरण करने का मंत्र देता है जिससे भक्ति की कमाई अधिक होती है। इसलिए कहा है कि उस परमेश्वर जी की भक्ति हिरंबर यानि स्वर्ण जैसी बहुमूल्य है। #सत_भक्ति_संदेश #सतलोक_आश्रम_सोजत #SatlokAshram Sojat #SatlokAshram #KabirIsGod #SaintRampalJiQuotes
कर्मकांड करना (पित्तर पूजा, श्राद्ध निकालना, भूत पूजा, मूर्ति पूजा) वेद विरूद्ध है। #सत_भक्ति_संदेश #सतलोक_आश्रम_सोजत #SatlokAshram Sojat #SatlokAshram #KabirIsGod #SaintRampalJiQuotes
सतगुरू श्वांस से स्मरण करने का मंत्र देता है जिससे भक्ति की कमाई अधिक होती है। इसलिए कहा है कि उस परमेश्वर जी की भक्ति हिरंबर यानि स्वर्ण जैसी बहुमूल्य है। #सत_भक्ति_संदेश #सतलोक_आश्रम_सोजत #SatlokAshram Sojat #SatlokAshram #KabirIsGod #SaintRampalJiQuotes
#GodMorningThursday
गीता अध्याय 15 श्लोक 17
उत्तमः पुरुषः तु अन्यः परमात्मा इति उदाहतः
यः लोकत्रयम् आविश्य बिभर्ति अव्ययः ईश्वरः
हालाँकि, सर्वोत्तम परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सभी का पालन-पोषण करता हैं और उसे अमर परम ईश्वर कहते हैं
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
#GodMorningThursday
गीता अध्याय 15 श्लोक 17
उत्तमः पुरुषः तु अन्यः परमात्मा इति उदाहतः
यः लोकत्रयम् आविश्य बिभर्ति अव्ययः ईश्वरः
हालाँकि, सर्वोत्तम परमात्मा तो कोई और है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सभी का पालन-पोषण करता हैं और उसे अमर परम ईश्वर कहते हैं
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
#GodMorningThursday
Intoxicants
should not even be kept in the village or city, let alone at home.
One should not even think of consuming them.
To know more must read the previous book 'Gyan Ganga'' by Sant Rampal Ji Maharaj
#GodMorningThursday
Intoxicants
should not even be kept in the village or city, let alone at home.
One should not even think of consuming them.
To know more must read the previous book 'Gyan Ganga'' by Sant Rampal Ji Maharaj
#GodMorningThursday
संत गरीब दास जी ने अमृत वाणी में कहा है :-⤵️✨
गरीब, हम सुलतानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया। जाति जुलाहा भेद ना पाया, काशी मांहे कबीर हुआ।।
#GodMorningThursday
संत गरीब दास जी ने अमृत वाणी में कहा है :-⤵️✨
गरीब, हम सुलतानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया। जाति जुलाहा भेद ना पाया, काशी मांहे कबीर हुआ।।
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
गीताजी अध्याय 2 श्लोक 17 में कहा गया है कि अविनाशी तो उस परमात्मा को जानो जिस का नाश करने में कोई समर्थ नहीं है।
कौन है वो परमात्मा ? 🤔
जानने के लिए अवश्य पढ़ें 📙
'हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण'
पुस्तक को।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
गीताजी अध्याय 2 श्लोक 17 में कहा गया है कि अविनाशी तो उस परमात्मा को जानो जिस का नाश करने में कोई समर्थ नहीं है।
कौन है वो परमात्मा ? 🤔
जानने के लिए अवश्य पढ़ें 📙
'हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण'
पुस्तक को।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
गीता अध्याय 18, श्लोक 62
“हे अर्जुन! तू सब प्रकार से उस परम ईश्वर की ही शरण में जा। उस परमपिता परमात्मा की कृपा से ही तू परम शांति और शाश्वत स्थान- सतलोक (स्थान-धाम) को प्राप्त होगा”।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
गीता अध्याय 18, श्लोक 62
“हे अर्जुन! तू सब प्रकार से उस परम ईश्वर की ही शरण में जा। उस परमपिता परमात्मा की कृपा से ही तू परम शांति और शाश्वत स्थान- सतलोक (स्थान-धाम) को प्राप्त होगा”।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में गीता बोलने वाले प्रभु ने अपने से अन्य किस परमेश्वर की शरण में जाने को कहा है?
जानने के लिए हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में गीता बोलने वाले प्रभु ने अपने से अन्य किस परमेश्वर की शरण में जाने को कहा है?
जानने के लिए हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।
#ये_है_गीता_का_ज्ञान
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
#ये_है_गीता_का_ज्ञान अध्याय 17 श्लोक 23 में गीता ज्ञान दाता ने संकेत किया है कि इस सच्चिदानंद घन ब्रह्म अर्थात परम अक्षर ब्रह्म की भक्ति का ऊँ- तत्-सत् यह तीन मंत्र का जाप है, इसी का जाप करने का निर्देश है।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji
#ये_है_गीता_का_ज्ञान अध्याय 17 श्लोक 23 में गीता ज्ञान दाता ने संकेत किया है कि इस सच्चिदानंद घन ब्रह्म अर्थात परम अक्षर ब्रह्म की भक्ति का ऊँ- तत्-सत् यह तीन मंत्र का जाप है, इसी का जाप करने का निर्देश है।
Tattvadarshi Sant Rampal Ji