मुसव्विर
@Akssikander
poetry with pictures
ID:3094139168
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मैंने उस के वस्ल में भी हिज्र काटा है कहीं
वो मेरे कान्धे पे रख लेता था सर..रोता न था...
#तहज़ीब_हाफ़ी
नज़र हटा भी तो सकती है कम-नज़र दुनिया
वहीं है भीड़ जहाँ तख़लिया ज़रूरी है ।।
#नोमान_शौक़
फ़ासले इश्क़ में क़ुर्बत को बढ़ा देते हैं !
जो बिछड़ता है रग-ए-जाँ में उतर जाता है !!
#सुदेश_कुमार मेहर
वक़्त तो गुज़र गया अच्छा भी बुरा भी....!!
अब तो जिस का जी चाहे चला आए चला जाए.....!!!!
ᴅʀ ꜱɴᴇʜᴀʟ ꜱᴏɴɪ Jameel Sayyed Yasmeen khan🌸 दिलीप जोशी poonam verma Bimla Verma 🦋 Margret. Shabnam Sharma Jatinsharma Munaf Ali Mrs.Sarita Ahuja Gunjesh (मोदी जी का परिवार) Rida Abbas kasakk
अजनबी तुम मुझे जिंदगी की शाम में क्यों मिले..
मिलना था तो दोपहर में मिलते....😍
#अमृता_प्रीतम
प्रेम में सिर्फ फूल मत देना,
देना किताबें भी...
ताकि पन्नों के बीच रखे जा सकें
प्राण
~ दुष्यंत कुमार
#विश्व_पुस्तक_दिवस
हम हैं तहज़ीब के अलम्बरदार
हमको उर्दू ज़बाँ आती है
मोहम्मद_अली_साहिल
ہم ہیں تہذیب کے علمبردار
ہم کو اردو زباں آتی ہے
#محمد_علی_ساحل
मैं ने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दीं,
सिर्फ़ इक काग़ज़ पे लिक्खा लफ़्ज़-ए-माँ रहने दिया..!!✨
~ मुनव्वर राना
#विश्व_पुस्तक_दिवस 📚
जानता हूँ एक ऐसे शख़्स को मैं भी 'मुनीर
ग़म से पत्थर हो गया लेकिन कभी रोया नहीं
#मुनीर_नियाज़ी
अपने माज़ी के हर इक ग़म को भुला दे वरना
चोट फिर उभरेगी फिर दर्द पुराना होगा
( माज़ी- बीता हुआ कल )
#मोहम्मद_अली_साहिल